नई दिल्ली 26 जुलाई 2019 – बिहाररिपोर्ट हिंदी न्यूज़ पोर्टल –

राज्यसभा में शुक्रवार को भाजपा BJP के वरिष्ठ नेता आर के सिन्हा जी ने भोजपुरी भाषा की उपेक्षा का मामला उठाते हुए इसे संविधान की 8 वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की है |
राजयसभा में शून्यकाल की कार्यवाही के दौरान भोजपुरी को उचित सम्मान दिए जाने की मांग उठाते हुए सिन्हा ने कहा की भोजपुरी लगभग एक जहर साल पुराणी भाषा है
आर के सिन्हा जी ने की भोजपुरी को 8वीं सूचि में शामिल करने की मांग
भोजपुरी बोलने वाले लोग देश के करीब सभी राज्यों में है और 20 करोड़ से जयादा की आबादी भोजपुरी भाषी है | इसके आलावा विश्व के लगभग दो दर्जन देशों में भी भोजपुरी बोली जाती है और वहा के लोग भोजपुरी संस्कृति और इसके लोक संगीत से जुड़े हुए हैं |
सदन में मॉरीशस सरकार का जिक्र
इसके अलावा उन्होंने मॉरीशस सरकार द्वारा भोजपुरी के लिए किए गए कामो का भी जिक्र किया | उन्होंने कहा कि साल 2011 में मॉरीशस सरकार ने भोजपुरी को संवैधानिक मान्यता दे दी है |
वहां के सभी 250 सरकारी स्कूलों में भोजपुरी के पठन-पाठन की वयवस्था की गयी है |
मॉरीशस सरकार के प्रस्ताव को 160 देशों ने अनुमोदित किया , जिसमे भारत भी शामिल है |
सबसे पहले सांसद भोगेन्द्र झा ने उठाया था मामला –
भाजपा नेता ने कहा की भोजपुरी को संवैधानिक मान्यता दिए जाने के लिए संसद में वर्ष 1969 से ही सवाल उठ रहे है | सबसे पहले चौथी लोकसभा में सांसद भोगेन्द्र झा ने निजी विधेयक के रूप में इस मुद्दे को संसद में भोजपुरी की संवैधानिक मान्यता पर 18 बार निजी विधेयक पेश किये गए है | इसके अलावा कई बार ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से भी और शून्य काल के दौरान भी इस मुद्दे को सदन में उठाया जा चूका है