स्माइल हाउस अनाथालय ने बनाया अपना ब्रांड एम्बेसडर
हमारा एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा संचालित स्माइल हाउस अनाथालय ने शिक्षाविद गूगल बॉय के गुरु आरके श्रीवास्तवा को अपना ब्रांड एंबेसडर एवम मेंटर्स नियुक्त किया। आरा (भोजपुर) में संचालित यह संस्था अनाथ एवम गरीब बच्चो के निःशुल्क शिक्षा एवम पालने पोषण हेतु कार्य कर उन्हें समाज के मुख्यधारा से जोड़ते है। स्माइल हाउस अनाथालय के मीटिंग में बिक्रमगंज के आर के श्रीवास्तवा को संस्था का ब्रांड एम्बेसडर बनाने का निर्णय लिया गया। संस्था के संचालक करन सिन्हा ने लिखित पत्र के माध्यम से आरके श्रीवास्तवा को अनाथालय का ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किये जाने की जानकारी दिये। संस्था के संचालक करन सिन्हा ने बताया कि हमारा उद्देश्य अनाथ बच्चो को उच्चस्तरीय बेहतर से बेहतर शिक्षा देना है। इसी उद्देश्य को पूरा करने और अनाथालय से गूगल बॉय के जैसे अनेको बच्चो का फौज तैयार कर स्माइल हाउस अनाथालय का नाम पूरे भारत मे रौशन करने हेतु गूगल बॉय कौटिलया के गुरु आरके श्रीवास्तवा को स्माइल हाउस अनाथालय का ब्रांड एंबेसडर एवम मेंटर्स बनाकर स्माइल हाउस परिवार से जोड़ा गया। आरके श्रीवास्तवा के शैक्षणिक सोच और प्लानिंग के बदौलत सैकड़ो नन्हे बच्चे अपने ज्ञान से सबको चकित कर दिए है।
बिक्रमगंज का रोहित पटेल वर्ग 6 में पढ़ता है परन्तु वर्ग 10 तक के प्रश्न को चुटकियों में हल कर देता है। पूरे पीरियोडिक टेबल को सिर्फ 1मिनट में सुना देता है। दूसरे तरफ ऋषव पांडेय भौतिकी पर घण्टो लेक्चर इंग्लिश , हिंदी और संस्कृत भाषावो में देता है तो बड़े बड़े शिक्षाविद सुनकर आश्चर्यचकित हो जाते है। अपने ज्ञान के बदौलत इनदिनों ये दोनों नन्हे बच्चे शहर में खूब सुर्खिया बटोर रहे है। स्माइल हाउस संस्था के चेयरमैन ने बताया कि आर के श्रीवास्तवा को स्माइल हाउस के मेंटर्स बनने पर रोहित , ऋषव , कौटिलया जैसे सैकड़ो वंडरकिड्स हमारे अनाथालय से बन सकते है जो बड़े होकर अपने ज्ञान के बदौलत देश का नाम विश्वपटल पर सम्भवतः जरूर रौशन करेगे।
आपको बताते चले कि ये वही आरके श्रीवास्तवा है जो विश्वप्रसिद्ध गूगल बॉय कौटिलया के गुरु है जिन्हें पिछले वर्ष अमेरिकी विवि ने डॉक्टरेट के मानद उपाधि से सम्मानित किया था। तथा इनके नाईट क्लास के रूप में पूरे रात भर 12 घण्टा पढ़ाने का प्रारूप भी काफी प्रसिद्ध है। संस्था के संचालक ने बताया कि अनाथालय से श्रीवास्तवा को जुड़ने के बाद नाईट क्लास के प्रारूप को अपनाया जाएगा। जिसमें क्लास को देखने और समझने के लिए संस्था के जुड़े लोग भी पूरे रात क्लास में बैठे रहेंगे की कैसे बच्चो के साथ लगातार 12 घण्टे तक कंस्ट्रेशन बनाया जा सकता है।