150 वाँ नाईट क्लासेज बना यादगार-
बच्चो के साथ अविभावक भी पूरी रात लगातार 12 घण्टे बैठे क्लासरूम में

मैथमेटिक्स गुरु के नाईट क्लास की चर्चा अभिभावक सहित शैक्षणिक संस्थाओ में खूब हो रहा। आरके श्रीवास्तवा के नाईट क्लास के मॉडल को जानने और समझने के लिए अभिभावक सहित शिक्षक भी उनके क्लास में बैठते है की कैसे आरके श्रीवास्तवा पूरे रात लगातार 12 घण्टे विद्यार्थियों को पूरे अनुसाशन के साथ मैथमेटिक्स का गुर सीखा रहे। प्रत्येक शनिवार को आरके श्रीवास्तवा के द्वारा स्थानीय शहर के विन्यदा एकेडमी के कैंपस में बच्चो को पूरे रात लगातार 12 घण्टे तक नॉन स्टॉप मैथमेटिक्स व साइंस का गुर सिखाया जा रहा। जिसे देखने और समझने के लिए अभिभावक और संस्था के शिक्षक भी पूरे रात क्लास में बैठकर आरके श्रीवास्तवा के नाईट क्लास मॉडल को समझ रहे। सुबह क्लास खत्म होने के बाद स्टूडेंट्स के माता पिता इस बात से काफी चकित थे की मेरा बेटा-बेटी घर पर एक घण्टे भी ठीक से पढ़ नही पाते उन्हें आरके श्रीवास्तव ने लगातार पूरे रात 12 घण्टे तक अनुसाशन के साथ बैठाकर मैथमेटिक्स का गुर सिखाया। नाईट क्लासेज प्रारूप के तहत पूरे रात 12 घण्टो तक बच्चो को मैथमेटिक्स का गुर सिखाया जाता है। उन्हें सेल्फ स्टडी के प्रति प्रेरित किया जाता है कि कैसे आप पूरे रातभर पढ़ सकते है। नाईट क्लास का यह प्रारूप वर्ष 2010 में बिक्रमगंज के हिटजी शैक्षणिक संस्थान से श्रीवास्तवा के द्वारा प्रारम्भ हुआ था, जो लगातार दूसरे रूप में अब तक जारी है।वर्तमान में नाईट क्लासेज प्रारूप को समझने के लिए देहरादून, हरियाणा की शैक्षणिक संस्थाए आरके श्रीवास्तवा को शिक्षा देने हेतु गेस्ट फैकल्टी के रूप में बुलाते है। आरके श्रीवास्तवा देहरादून के आईपीएस मेधा क्लासेज में नाईट क्लासेज मॉडल को समझाने हेतु गेस्ट फैकल्टी के रूप में नाईट क्लासेज लेने जाते है।आगे चल कर आर के श्रीवास्तव के नाइट क्लास के रूप मे लगातार पूरे 12 घंटे बच्चों को शिक्षा देने के मुहिम अब देशव्यापी रूप लेने लगा है. रोहतास निवासी आर के श्रीवास्तव के नाइट क्लास को देखने अभिभावक भी पहले दिन आते है की मेरा बेटा एक घंटे भी घर पर ठीक से पढ़ने नही बैठता.
आखिर पूरे रात कैसे आर के श्रीवास्तव इसको बैठाकर गणित का गुर सिखाते है। शिक्षक भी बच्चों के साथ आर के श्रीवास्तव के क्लास लेने के तरीकों को समझने के लिए क्लास मे बैठते है की कैसे पूरे रात अनुशासन मे बच्चों को पढ़ाया जा सकता है। इस बार श्रीवास्तवा के 150 वॉ नाईट क्लास को यादगार बनाया बच्चो के साथ अविभावकों ने, पूरी रात लगातार 12 घण्टे अविभावक भी बच्चो के साथ क्लास में डटे रहे।
क्लास देखकर बच्चे सहित अविभावक भी श्रीवास्तव को धन्यवाद देते है की पढ़ाने की ऐसी कला सारे शिक्षकों मे आ जाये तो कोई बच्चा शिक्षा से अपने को दूर नही कर पायेगा. और सफलता उसके कदम चूमेगी. श्रीवास्तवा ने कहा कि उन्हें बचपन से ही गणित में बहुत अधिक रुचि थी जो नौंवी और दसवी तक आते-आते परवान चढ़ी । श्रीवास्तवा हरियाणा और दिल्ली में प्रतिष्टित संस्थाओ के द्वारा दर्जनो अवॉर्ड से भी सम्मानित हो चुके है.
आर के श्रीवास्तवा की बचपन भी काफी गरीबी से गुजरा है. परन्तु अपने कड़ी मेहनत, उच्ची सोच, पक्का इरादा के बल पर आज मैथमेटिक्स गुरु के नाम से मशहूर है.वे कहते हैं कि मेरे जैसे देश के कई बच्चे होंगे जो पैसों के अभाव में पढ़ नहीं पाते.आर के श्रीवास्तवा अपने छात्रों में एक सवाल को अलग-अलग मेथड से हल करना भी सिखाते हैं. वे सवाल से नया सवाल पैदा करने की क्षमता का भी विकास करते हैं.