बिहार रिपोर्ट: पीयूष गोयल ने पेश किया बजट, नरेंद्र मोदी के अंतिम कार्यकाल में पेश हुए बजट में मिडिल क्लास से लेकर महिलाओं और किसानों के लिए कई राहत भरी घोषणाएं की गईं।

पीयूष गोयल ने कहा कि लोगों के लिए घर खरीदना अब आसान होगा। साथ ही घर खरीदने वालों पर जीएसटी का बोझ घटाने के चर्चा की जा रही है इसके लिए जीएसटी काउंसिल एक समूह का गठन करेगी।
छोटे कारोबारियों के लिए जीएसटी से छूट को 20 लाख रुपये से दोगुना कर 40 लाख रुपये कर दिया गया है। इसके अलावा, 1.5 करोड़ रुपये तक के कारोबार या टर्नओवर वाले छोटे कारोबारियों को एक आकर्षक कंपोजिशन स्कीम की पेशकश की गई है, जिसके तहत वे केवल 1 प्रतिशत की नियत दर अदा करते हैं और उन्हें केवल एक वार्षिक रिटर्न दाखिल करना पड़ता है।
इसी तरह 50 लाख रुपये तक के कारोबार वाले छोटे सेवाप्रदाता अब कंपोजिशन स्कीम को अपना सकते हैं और 18 प्रतिशत के बदले सिर्फ 6 प्रतिशत की दर से जीएसटी अदा कर सकते हैं।
बिहार रिपोर्ट: 35 लाख से भी अधिक छोटे व्यापारी, निर्माता और सेवाप्रदाता इन कारोबारी अनुकूल उपायों से लाभान्वित होंगे।
श्री गोयल ने कहा कि जल्द ही कारोबारियों को तिमाही रिटर्न दाखिल करने की अनुमति दी जाएगी जिनमें 90 प्रतिशत से भी अधिक जीएसटी भुगतानकर्ता शामिल होंगे।
अंतरिम वित्तमंत्री पीयूष गोयल ने बजट 2019 ने 5 लाख रुपए तक की सालाना आय वालों को सेक्शन 87ए के तहत पूरी तरह से इनकम टैक्स से राहत का प्रताव रखा है। सरकार ने इस बजट में इनकम टैक्स से राहत तो प्रदान की है, लेकिन टैक्स स्लैब में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है। टैक्स स्लैब में बदलाव पर बात करते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि आगली सरकार में जो भी वित्तमंत्री होगा, ये उस पर निर्भर करता है कि वह टैक्स स्लैब में बदलाव करते हैं या नहीं।
मौजूदा वक्त में 2.5 लाख तक की सालाना वेतन (60 साल की उम्र तक) पर कोई टैक्स नहीं लगता है। जबकि 60 से 80 वर्ष से टैक्सपेयर के लिए ये छूट 3 लाख रुपए तक की है। वहीं सुपर सीनियर सिटीजन यानी 80 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को 5 लाख रुपए तक की छूट प्रदान की जाती है।
क्या टैक्स स्लैब में कोई बदलाव हुआ है, इस सवाल का जवाब देते हुए अंतरिम वित्तमंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि टैक्स स्लैब में बदलाव नहीं किया गया है। यदि किसी टैक्सपेयर की आय 8 लाख रुपए है तो उसे सिर्फ 3 लाख रुपए तक की ही छूट मिलेगी। जबकि वे टैक्सपेयर जिनकी सालाना आय 5 लाख रुपए तक है, उन्हें कोई टैक्स नहीं देना होगा।
Vande Bharat Express train: अंतरिम बजट में रेलवे के बारे में घोषणा करते हुए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के बारे में बताया गया।ये ट्रेन Make in India के तहत बनाई गई है ऐसा कहा जा रहा है ये सफलता के नए आयाम लिखेगी।

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन (Vande Bharat Express) को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने स्वदेशी तकनीक की छलांग के रूप में पेश किया, जो रेल यात्रा में गति, सेवा और सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। पीयूष गोयल ने अपने रेल बजट 2019 भाषण में कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस ‘मेक इन इंडिया ‘ की पहल है जो अधिक नौकरियां पैदा करने में मदद करेगी।
गौरतलब है कि देश में मेक इन इंडिया के तहत बनाई गई वंदे भारत एक्सप्रेस को नई दिल्ली से वाराणसी के बीच में 4 फरवरी को चलाने की तैयारी की जा रही है।
वंदे भारत एक्सप्रेस को इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में बनाया गया है, चेन्नई के इस कारखाने में जब इस ट्रेन को बनाया गया था तो इसका नाम ट्रेन 18 दिया गया था। यह ट्रेन दिल्ली और वाराणसी के बीच चलाई जाएगी।16 कोच वाला ये ट्रेन 97 करोड़ की लागत से करीब 18 महीनों में बनकर तैयार हुआ। इसे रायबरेली के मॉडर्न कोच फैक्ट्री के द्वारा बनाया गया है।
कहा जा रहा है कि ये ट्रेन स्पीड के मामले में नए मुकाम कायम करेगी। Vande Bharat Express ट्रेन में 16 कोच और यह सभी कोच आपस में जुड़े हुए हैं, इस ट्रेन मे दो एग्जीक्यूटिव कोच होंगे, जिनमें 52 सीट्स होंगी, बाकी 14 चेयर कार कोच हैं।
गौरतलब है कि भारत की सबसे तेज रफ्तार से चलने वाली इंजनलेस ट्रेन ट्रेन 18 का नाम बदलकर ‘वंदे भारत एक्सप्रेस‘ रख दिया गया था। ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच अधिकतम 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी। खबर है कि जल्द प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ट्रेन के संचालन के लिए हरी झंडी देंगे। READ LATEST NEWS IN HINDI, HINDI NEWS, ELECTION NEWS IN HINDI